चंडीगढ़। चंडीगढ़ कांग्रेस ने गुरुवार को पंजाब में किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने और शंभू एवं खनौरी सीमाओं पर धरने को हटाने की आलोचना करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने मिलकर किसानों के शांतिपूर्ण और वैध आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया है।
चंडीगढ़ कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शर्मा ने यहां जारी बयान में कहा कि धरना स्थल से किसानों को हटाने की घटना से जाहिर है कि अरविन्द केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र के इस तर्क को सही मानते हैं कि किसानों को दिल्ली जाकर अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार अनाज पर आयात दरें घटाने के लिए अमेरिका का दबाव है और सरकार ने अब मान को किसान विरोधी नीतियों के पैरोकार के रूप में कार्य पर लगाया है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को समाप्त करने के मान सरकार के प्रयास का उद्देश्य केंद्र द्वारा किसान विरोधी कानून बनाने, आयात शुल्क घटाने जैसे कदमों के लिए रास्ता साफ करना है।